कल बैठ कर सोच रहा था,
मरते बच्चो के दिल का हाल खोज रहा था|
मरते वक़्त रोते तोह बहुत होंगे वो,
शायद आपने नसीब को कोसते होंगे वो|
Education के क्रेज़े को Percentage की रेस में बदल डाला,
कल के भगत सिंह को बन्नेसे पहले ही शहीद ने कोमल|
School Bag के बोज ने कोमल कंधो को ज़ुका दिया,
हमने उससे वेअक बोनस कहकर कैल्सियम संदोज़ दिखा दिया|
शिकायत भी हम करते उनसे:
बेटा tution sports बन सकता था वो सब करवाया,
फिर भी फिर भी तू अवल क्यूँ न आया|
उनकी रूह भी ऊपर से जवाब देती होगी:
पापा भोज न चाहा वो सब दिलवाया,
पर क्या कभी पास बैठा कर हव करवाया|
its nice to..
ReplyDeleteVery Nice!!!!!!!!!!!!!!!!!
ReplyDeleteKeep It Up. :) :) :)